मुस्कराहट का मूल्य
इसमें कुछ खर्च नहीं होता , पर इससे  मिलता  बहुत  है।  जिन्हे  यह मिलती है वे समृद्ध हो जाते हैं , परन्तु जो देते हैं वे गरीब नहीं होते।  
   यह एक पल  मैं हो जाती है और इसकी याददाश्त कई बार हमेशा कायम रहती है। 
कोई भी इतना अमीर नहीं , कि  इसके बिना जी सके और कोई भी इतना गरीब नहीं कि इसका लाभ ना उठा सके। 
        यह घर मैं सुख लाती है, और बिज़नेस मैं सदभावना भरती है और यह दोस्ती का हस्ताक्षर है। 
यह थके हुओं के लिए आराम है, निराश लोगो के लिए आशा की किरण है, दुखी लोगो के लिए सूर्य की किरण और कष्टों के लिए प्रकृति की सबसे बेहतरीन दवा है। 
परन्तु इसे ख़रीदा या चुराया नहीं जा सकता, उधार नहीं लिया जा सकता, यह भीख मैं नहीं मिलती क्योंकि इसका तब तक कोई मोल नहीं है जब तक इसे किसी दूसरे को नहीं दिया जाता।
कयोंकि मुस्कराहट की उसी ब्यक्ति को सबसे ज्यादा जरूरत होती है जिसके पास देने के लिए मुस्काने नहीं बची हैं। 
 
